Aise Imaan Ki Quvvat Khuda De Lyrics
ऐसे ईमान की क़ुव्वत, खुदा दे जो पहाड़ों, को भी हटा दे -2
मैं ब-ज़ाहिर, महल हूँ सजाता रेत पे अपना, घर हूँ बनाता -2 मेरा चट्टान पे घर तू बना दे -2 ऐसे ईमान की क़ुव्वत, खुदा दे जो पहाड़ों, को भी हटा दे
कुएँ का पानी, खेंचूं कहाँ तक रूह की प्यास, में तड़पूं कहाँ तक -2 आब-ए-हयात का जाम पिला दे -2 ऐसे ईमान की क़ुव्वत, खुदा दे जो पहाड़ों, को भी हटा दे
ठनठनाता मैं पीतल सलीबी (गीतकार)
हूँ मोहब्बत, से मैं खाली खाली -2
अपनी उलफ़त तू दिल में जगा दे -2
ऐसे ईमान की क़ुव्वत, खुदा दे
जो पहाड़ों, को भी हटा दे
Aise Imaan Ki Quvvat, Khuda De Jo Pahadon, Ko Bhi Hata De -2
Main Ba-Zaahir, Mahal Hun Sajata Ret Pe Apna, Ghar Hun Banata -2 Mera Chattan Pe Ghar Tu Bana De -2 Aise Imaan Ki Quvvat, Khuda De Jo Pahadon, Ko Bhi Hata De
Kunyen Ka Paani, Khenchun Kahan Tak? Rooh Ki Pyaas Me Tadpun Kahan Tak? -2 Aab-E-Hayaat Ka Jaam Pila De -2 Aise Imaan Ki Quvvat, Khuda De Jo Pahadon, Ko Bhi Hata De
Thanthana Main Peetal Saleebi (Lyricist)
Hun Mohabbat Se Main Khaali Khaali -2
Apni Ulfat Tu Dil Me Jaga De -2
Aise Imaan Ki Quvvat, Khuda De
Jo Pahadon, Ko Bhi Hata De
Aise Imaan Ki Quvvat Khuda De | Jabran Jalil
Geet: Eiman Ki quwat
Worshiper: Jabran Jalil Ghauri
Lyrics: Pastor Inayat Daniel Saleebi
Composition: Shahbaz Ghauri
उर्दू शब्दों के अर्थ:
क़ुव्वत – शक्ति, ऊर्जा, ज़ोर, बल, सामर्थ्य, ताक़त, इंद्रिय, हिस, सहारा, मदद, दौलत, रियासत
ब-ज़ाहिर – देखने में, वास्तव में, प्रत्यक्ष स्पष्ट रूप से, बाह्यतः, बाह्य रूप से
आब-ए-हयात – अमृतजल, सुधा, अमृत
उलफ़त – प्यार, स्नेह, प्रेम, मोहब्बत, चाहत।
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