Aye Sab Imandaaro
ऐ सब ईमानदारों खुश ओ खुर्रम होके, अब आओ हम चलें ता बैतलहम, देखो नौजादा, मालिक कुल जहान का
हम उसे सिजदा करें-हम उसे सिजदा करें, हम उसे सिजदा करें रब्ब महमूद
खुदा से खुदा है नूर से सच्चा नूर है, जो मरियम कुंवारी से अब है मौलूद, बरहक्क खुदा है बाप से मुतवाल्लिद
ऐ सारे फरिश्तों खुश होकर ललकारों, आसमान के बाशिन्दों, सब शामिल हो, आलम ए-बाला पर हम्द हो खुदा की
खुदावन्द मसीह आज तू पैदा हुआ, मुबारक-मुबारक हो तेरा नाम, बाप का कलाम अब हुआ है मुज़स्सिम
Aye Sab Imandaaro