Jiwan Jal Aatma Prabhu
जीवन जल आत्मा प्रभु बहती नदिया सा आ तू प्रभु आ प्रभु सद्गुरू, बहती नदिया जैसा
थोड़ा डूबूँ काफी नहीं ज्यादा डूबूँ काफी नहीं पूरा पूरा डूबना है -2 डूब डूब मगन होना है -2
इसमें बहती आरोग्यता इसमें मिलती है शुद्धता इसमें बहती है शान्ति -2 इसमें मिलती सम्पन्नता -2
कोटि कोटि मछुआरे आओ जल्दी जल्दी जालें लगाओ गाते गाते मछली पकड़ लो -2 आत्माओं से घर भर दो -2
नदी के तट पर पेड़ अनेकों देने होंगे फल भी अनेकों पते बन जायेगे दवा -2 फल बन जायेगें भोजन -2