Jiwan Ka Jal Hamen De De Prabhu
जीवन का जल हमें दे दे प्रभु हम तो प्यासे हैं तृष्णा बुझा दे, पाप मिटा दे हम आये हैं
आये थे यीशु सूखार गांव में कुँए पर बैठे थे दो पहर में -2 आई जब सामरी स्त्री वे बोले प्यासा हूँ मुझको जल दे
यदि तुम जानती मैं कौन हूँ तभी तुम माँगती मुझ से वो जल -2 नदियां बनकर जो बहता जीवन भर जल ही जल जीवन का जल
सहकर तुम प्यास हमारी क्रूस पर प्यासे को पास बुलाते हो आकर -2 आत्मा के झरने बनते तब अन्दर जल ही जल जीवन का जल