Karta Hun Main Teri Chinta

Karta Hun Main Teri Chinta

करता हूँ मैं तेरी चिंता
तू क्यों चिन्ता करता है
आँसूओं की घाटीयों में
हाथ ना छोडूँगा तेरा -2
मेरी महिमा तू देखेगा
खुद को मेरे हाथों में दे दे -2
मेरी शक्ति मैं तुझको देता हूँ
चलाऊँगा हरदिन मेरी कृपा में
सभी तुझ को भूलेंगे तो भी
क्या मैं तुझ को भूलूँगा कभी -2
अपने हाथ में तुझे उठाकर
चलाऊँगा हर दिन इसी जगह में -2
अब्रहाम का मैं परमेश्वर हूँ
अदभुत कार्य क्यों ना करूँगा -2
लाल सागर में रास्ता दिया
आज भी मैं करने के योग्य हूँ -2

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