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Himachal Pradesh

Paak Yahowa Takht Nasheen Hai

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Paak Yahowa Takht Nasheen Hai Lyrics

पाक यहोवा तख़्त नशीं है, 
आओ हम्द करें -2 
उसकी मानिंद कोई नहीं है -2 
आओ हम्द करें -2 
पाक यहोवा तख़्त नशीं है, 
आओ हम्द करें -2
दुनियां के मा'बूद हैं झूठे, 
सच्चा नाम यहोवा -2
क़हर में धीमा, ग़नी वफ़ा में,
है आराम यहोवा -2
फ़लक है उसका, उसकी ज़मीं है,
आओ हम्द करें
उसकी मानिंद कोई नहीं है -2
आओ हम्द करें -2
पाक यहोवा तख़्त नशीं है...
सारे फ़रिश्ते, सारे क़रुबी, 
उसकी महिमा गाएँ -2
हम भी उसके, तख़्त के आगे,
अपने सर को झुकाएं -2
उसका ही फ़िरदौस बानी है,
आओ हम्द करें
उसकी मानिंद कोई नहीं है -2
आओ हम्द करें -2
पाक यहोवा तख़्त नशीं है...
गाऊँ सना मैं भी उसी की, 
जो है सबसे आ'ला -2
अपने क़लाम की क़ुदरत से है,
सबको उसने संभाला -2
उसका चेहरा सबसे हसीं है,
आओ हम्द करें
उसकी मानिंद कोई नहीं है -2
आओ हम्द करें -2
पाक यहोवा तख़्त नशीं है...

Note : This Verse is modified by www.Lyricsa.in
Paak Yahowa Takht Nasheen Hai,
Aao Hamd Karen -2
Uski Maanind Koi Nahin Hai -2
Aao Hamd Karen -2
Paak Yahowa Takht Nasheen Hai,
Aao Hamd Karen -2
Duniyan Ke Mabood Hain Jhuthe,
Sachcha Naam Yahowa -2
Kehar Me Dheema, Gani Wafaa Me,
Hai Aaraam Yahowa -2
Falak Hai Uska, Uski Zameen Hai,
Aao Hamd Karen
Uski Maanind Koi Nahin Hai -2
Aao Hamd Karen -2
Paak Yahowa Takht Nasheen Hai...
Saare Farishte, Saare Qarubi,
Uski Mahima Gaayen -2
Ham Bhi Uske, Takht Ke Aage,
Apne Sar Ko Jhukayen -2
Uska Hi Firdaus Bani Hai,
Aao Hamd Karen
Uski Maanind Koi Nahin Hai -2
Aao Hamd Karen -2
Paak Yahowa Takht Nasheen Hai...
Gaun Sana Main Bhi Usi Ki, 
Jo Hai Sabse Aa'laa -2
Apne Qalaam Ki Qudrat Se Hai,
Sabko Usne Sambhala -2
Uska Chehra Sabse Haseen Hai,
Aao Hamd Karen
Uski Maanind Koi Nahin Hai -2
Aao Hamd Karen -2
Paak Yahowa Takht Nasheen Hai...

Note : This Verse is modified by www.Lyricsa.in

Paak Yahowa Takht Nasheen Hai Aao Hamd Karen | Humaira Channa & Arif Akhtar

Lyrics/Comp/Music – Fraz Bhatti

तख़्त नशीं = सिंहासन पर विराजमान

हम्द = प्रभु की स्तुति, ईश्वर की वंदना, ईश्वर की महिमा-गान

मानिंद = सदृश, तरह, जैसा, सा, समान

मा’बूद = ईश्वर, देवता

क़हर = क्रोध, बला, आफ़त, ग़ज़ब, अंधेर, अंन्याय, ग़ुस्सा

ग़नी = धनवान, संपन्न, समृद्धि, दौलतमंदी

फ़लक = आकाश, गगन, आसमान, अंबर, व्योम

करूबीम = वो स्वर्गदूत जो परमेश्वर से अत्यधिक निकट हैं

आ’ला = सबसे अच्छा, सर्वश्रेष्ठ, उत्तम, श्रेष्ठ, बढ़िया, उच्च, बहुत बुलंद, महान, ऊपर, सबसे ऊँचा

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