प्रभु न बनाए घर तो होगा
श्रम तेरा बेकार
रक्षा करे न वो नगर की, तो पहरा बेकार -2
मनन करो उसके वचन पर, तेरा हो कल्याण
जीवन का आधार बना लो, उसको मेरे यार
प्रभु न बनाए
तेरे नाम के लिए जीएं हम -4
तू बढ़े मैं घटूं
मेरे जीवन से महिमा तुझे मिले -2
स्तुतियों के बीच में, विराजमान प्रभु
तू बढ़े और मैं घटूं -2, तू बढ़े, मैं घटूं