Har Taraf Har Jagah Lyrics (Roshni Ka Dariya Lyrics)
हर तरफ हर जगह हर कहीं पे है हाँ उसी का नूर -3 हाँ उसी का नूर रौशनी का कोई दरिया तो है हाँ कहीं पे जरुर -3
ये आसमां ये जमीं चाँद और सूरज क्या बना सका है कभी कोई भी कुदरत -2 कोई तो है जिसके आगे है आदमी मजबूर -2 हर तरफ हर जगह हर कहीं पे है हाँ उसी का नूर
इन्सान जब कोई है राह से भटका किसने दिखा दिया उसको सही रस्ता -2 कोई तो है जो करता है मुश्किल हमारी दूर -2 हर तरफ हर जगह हर कहीं पे है हाँ उसी का नूर
Har Taraf Har Jagah (Roshni Ka Dariya) | Shreya Ghoshal