Ho Jai Jaikaar
हो जय जयकार जय जयकार करें -2
वह है हमारा राजा दुःख संकट से बचाता हम पर अपनी करूँणा करता और करता उपकार क्यों न उस पर तन मन वारें, दें अपना अधिकार हो जय जयकार
स्वर्ग है उसका सिंहासन पृथ्वी बनी है आसन आकाश उसकी महिमा बताए हस्त कला को दिखाए सारी पृथ्वी उसकी रचना, उसका ही प्रताप हो जय जयकार
उस पर जिसका भरोसा वह तो कभी न डिगेगा चाहे बीमारी चाहे गरीबी चाहे हो अकाल सब संकट से सब कष्टों से, हो जाएगा पार हो जय जयकार