Zindagi Ke Har Ek Safar Me Lyrics
जिंदगी के हर एक सफर में तू ही एक मेरा हमसफर है कैसे करूं मैं बयान तुझको कि दिल ये तुझे कितना चाहे -2 कैसे रहूं, तेरे बिना, तेरे बिना, मेरे मसीहा -2
दिल का तू ही एक भरोसा जिंदगी का तू ही हर एक पल जब भी खुद को देखा अकेला तो पाया खुद को तेरे ही संग -2 कैसे रहूं, तेरे बिना, तेरे बिना, मेरे मसीहा -2
जीवन में सब कुछ माना तुझको अपना सब कुछ तुझको दे दिया तू ना छोड़ेगा ना त्यागेगा मेरे दिल में है यही विश्वास -2 कैसे रहूं, तेरे बिना, तेरे बिना, मेरे मसीहा -2
Zindagi KE Har Ek Safar Me Tu Hi Ek Mera Hamsafar Hai Kaise Karun Main Byaan Tujhko Ki Dil Ye Tujhe Kitna Chahe -2 Kaise Rahun, Tere Bina Tere Bina, Mere Masiha -2
Dil Ka Tu Hi Ek Bharosa Zindagi Ka Tu Hi Har Ek Pal Jab Bhi Khud Ko Dekha Akela To Paya Khud Ko Tere Hi Sang -2 Kaise Rahun, Tere Bina Tere Bina, Mere Masiha -2
Jiwan Me Sab Kuch Mana Tujhko Apna Sab Kuch Tujhko De Diya Tu Na Chhodega, Na Tyagega Mere Dil Me Hai Yahi Vishwas -2 Kaise Rahun, Tere Bina Tere Bina, Mere Masiha -2
Zindagi Ke Har Ek Safar Me
Lyrics – Immanuel Arpan
Singer & Composed – Praveen Lugun
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