Anand Manayen Aao Anand Manayen

Anand Manayen Aao Anand Manayen

आनन्द मनायें आओ आनन्द मनायें
यीशु राजा मेरा हो गया
इस सृष्टि का पालनहारा
मेरे हृदय का राजा हुआ
आ आ आनन्द है परम आनन्द है
क्या यह मेरा सौभाग्य है
मेरे बालकपन से उसने मुझे चुन लिया
मैं था भटका और दूर हो गया
उसकी करूँणा ने फिर भी नहीं छोड़ा
नया जीवन मुझे दे दिया
मैं बना रहूँगा प्रेम में अपने प्रभु के
चाहे कोई भी बाधा पड़े
उसकी आज्ञा को नहीं भूलूंगा
जब तक उसका आना न हो
प्यारा प्रभु आयेगा संग में मुझे ले लेगा
ताकि उसके साथ मैं रहूँ
मैं मगन रहूँगा उसकी संगति में
वहाँ आनन्द ही आनन्द है

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