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Saturday, September 30, 2023

Aye Lashkaron Ke Rab

Aye Lashkaron Ke Rab

ऐ लश्करों के रब
एहेद के सन्दूक -2
तू हजारों - हजारों में
लौट के आ - लौट के आ -2
शैतान के सारे कैदी
आजाद हों - आजाद हों -2
उसकी सारी छिपी चालें
बर्बाद हों – बर्बाद हों -2
तुझसे घृणा रखने वाले,
शर्मिंदा हों - शर्मिंदा हों -2
तेरे सारे बैरी अब तो
फर्जिन्दा हो - फर्जिन्दा हो -2
सारे सांपों, बिच्छुओं को
हम कुचलेंगे - हम कुचलेंगे-2
दुश्मन की सारी चालों पर
गालिब पाएँगे - गालिब पाएँगे -2

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