Khet Pak Chuke Hain
खेत पक चुके हैं फसल है तैयार -2 कटनी का समय है आनंद का ये उत्सव है -2 होना है दुनियां के छोर तक यीशु का सुसमाचार खेत पक चुके हैं...
जिसने जितना बोया उसने उतना पाया -2 जिसने जैसा बोया उसने वैसा पाया -2 आंसू बहाते हुए जो यीशु वचन को बोया -2 आत्मा की फसलें काटकर गाएगा वो जय जयकार खेत पक चुके हैं...
भटकी हुई भेड़ों का यीशु ही सच्चा चरवाहा -2 बेबस लाचारों का यीशु ही सच्चा सहारा -2 यीशु मसीह की है आज्ञा सन्देश सबको सुनाओ -2 भूखी प्यासी है ये दुनियां भूखा है ये संसार खेत पक चुके हैं...
Khet Pak Chuke Hain