Tu Sagar Hai Muaafi Ka
तू सागर है, मुआफ़ी का तू दरिया है, मोहब्बत का जो आएगा, वो पाएगा शिफ़ा तुझसे, गुनाहों का -2 तू सागर है, मुआफ़ी का
गुनाहों से दबे लोगो वो कहता है, थके लोगो -2 कि आओ पास, तुम्हें दूंगा सुकूं दिल में, डरे लोगो अब उजड़े हर, चमन का तू बना मौसम, बहारों का जो आएगा, वो पाएगा शिफ़ा तुझसे, गुनाहों का -2 तू सागर है, मुआफ़ी का
यूँ अब तुम जो, परेशां हो ऐ लोगो जो पशेमाँ हो -2 छुड़ाया जब, मसीहा ने तो फिर तुम क्यों, गुरेज़ाँ हो मिलेगा हल उसी में तुमको अपने हर सवालों का जो आएगा, वो पाएगा शिफ़ा तुझसे, गुनाहों का -2 तू सागर है, मुआफ़ी का…
Tu Sagar Hai Muaafi Ka
पशेमाँ के हिंदी अर्थ – शर्मिंदा, लज्जित, अफ़सोस करने वाला, पछताने वाला
गुरेज़ाँ के हिंदी अर्थ – अनिच्छुक, अलग रहने वाला, बचते हुए, भागता हुआ, भाग कर जाता हुआ, बचकर निकल जानेवाला, पास न आने वाला