Ye Jahan Nahin Apna Hai
ये जहाँ नहीं अपना है पल तो पल का सपना है -2 आया है खाली हाथ तू -2 खाली ही लौट जाना है ये जहाँ नहीं अपना है पल तो पल का सपना है
यहाँ रोते-रोते हँसना है हँसते-हँसते रोना है -2 खिलते हैं फूल भी मगर -2 पल में ही मुरझाना है ये जहाँ नहीं अपना है पल तो पल का सपना है
यहाँ जीवन एक खिलौना है जो कभी भी टूट जाना है -2 मिट्टी की रचना हैं सभी -2 मिट्टी में ही मिल जाना है ये जहाँ नहीं अपना है पल तो पल का सपना है
पाई है दौलत प्रेम की यहाँ सबको प्रेम निभाना है -2 बढ़ती है दौलत प्रेम की -2 जितना औरों पे लुटाना है ये जहाँ नहीं अपना है पल तो पल का सपना है…
Ye Jahan Nahin Apna Hai
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