Ye Jiwan Hai Kya Tere Bina Masiha
ये जीवन है क्या, तेरे बिना मसीहा -2 मार्ग वो ढूंढता हूँ, जिसमें कि तू चलाए -2
पहले ये मन में सोचा, फिर दिल में मेरे ये जागा अर्पण मैं करता हूँ तुझको, जीवन ये मेरा मसीहा
अब दिल की चाह यही है, तुझ में ही डूबा रहूँ मैं मिलता रहे साथ तेरा, और कृपा महान
अब मेरे लिए है जीना, सिर्फ मसीह यीशु में और मर भी जाना, है कितना लाभ