Katra Katra Behta Chala Lyrics
कतरा कतरा, बहता चला वो प्यार की धारा -2 दर्द इतनी थी वो जिस्म सहता था जो खामोशी बयाँ करता कतरा कतरा, बहता चला
नामुनासिब लहू बदन से बह गया जाने क्यों? सोचा नहीं था जो इतनी मोहब्बत दे गया जाने क्यों? सारे सितम, सारे ज़ख़्म चुपके से सह गया जाने क्यों? लम्हा लम्हा सोचूँ, सोचूँ वो मंजर अश्क भरा वो समां कतरा कतरा, बहता चला
सजा थी कैसी कैसा था वो आलम, ऐ मेरे खुदा सुन के अब तो, सहा न जाये वो दर्द ए दास्ताँ ज़ालिम वो जहाँ, बेरहम बनी दुनियां प्यार इतनी थी जो, कुर्बान होके भी हमको कहे अपना कतरा कतरा, बहता चला वो प्यार की धारा…
Katra Katra Behta Chala Wo Pyar Ki Dhara -2 Dard Itni Thi Wo Jism Sehta Tha Jo Khamoshi Byaan Karta Katra Katra Behta Chala
Namunasib Lahu Badan Se Beh Gaya Jaane Kyon? Socha Nahin Tha Jo Itni Mohabbat De Gaya Jaane Kyon? Saare Sitam, Saare Jakham Chupke Se Seh Gaya Jaane Kyon? Lamha Lamha Sochun Sochun Wo Manzar Ashak Bhara Wo Saman Katra Katra Behta Chala
Saza Thi Kaisi Kaisa Tha Wo Aalam Aye Mere Khuda Sun Ke Ab To Saha Na Jaaye Wo Dard-E-Dastaan Zaalim Wo Jahan Bereham Bani Duniyan Pyaar Itni Thi Jo Kurbaan Ho Ke Bhi Hamko Kahe Apna Katra Katra Behta Chala...
Katra Katra Behta Chala
Singer – Human Sagar & Shreya Mishra
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