Anugrahkari Priya Prabhu Ji Lyrics
अनुग्रहकारी प्रिय प्रभु जी तेरे शरण में हम, आते हैं तन-मन-धन तुझको, भेंट चढ़ाते करते हैं हम तुझे, साष्टांग (सादर) प्रणाम अनुग्रहकारी प्रिय प्रभु जी तेरे शरण में हम, आते हैं
हर दिन तू हमें, आशीषें देता गिरने से हमको, बचा के तू रखता -2 जीवन के इस, लम्बे सफ़र में तेरा वचन ही, राह दिखाता -2 अनुग्रहकारी प्रिय प्रभु जी...
संकट, क्लेश तो, आते रहेंगे पर तेरा अनुग्रह, काफी है हर पल -2 हम तेरे क़दमों में, चलते रहेंगे जीत हमारी होगी, आखिर ज़रूर -2 अनुग्रहकारी प्रिय प्रभु जी...
सेवा यीशु से, हमको मिली है मिट्टी के बर्तन लेकिन, खज़ाना है स्वर्ग का -2 टूट जाए तो भी, परवाह नहीं है महिमा हम तुझको, देते रहेंगे -2 अनुग्रहकारी प्रिय प्रभु जी...
Anugrahkari Priya Parbhu Ji Tere Sharan Me Ham, Aate Hain Tan Man Dhan Tujhko, Bhent Chadhate Karte Hain Ham Tujhe, Sashtaang (Sadar) Pranaam Anugrahkari Priya Parbhu Ji Tere Sharan Me Ham, Aate Hain
Har Din Tu Hame, Aashishen Deta Girne Se Hamko, Bacha Ke Tu Rakhta -2 Jeevan Ke Is, Lambe Safar Me Tera Vachan Hi, Raah Dikhata -2 Anugrahkari Priya Parbhu Ji...
Sankat, Klesh To, Aate Rahenge Par Tera Anugrah, Kaafi Hai Har Pal -2 Ham Tere Kadmo Me, Chalte Rahenge Jeet Hamari Hogi, Aakhir Jarur -2 Anugrahkari Priya Parbhu Ji...
Sewa Yeshu Se, Hamko Mili Hai Mitti Ke Bartan Lekin, Khazana Hai Swarg Ka -2 Toot Jaaye To Bhi, Parwah Nahin Hai Mahima Ham Tujhko, Dete Rahenge -2 Anugrahkari Priya Parbhu Ji...
Anugrahkari Priya Prabhu Ji
Lyrics & Composing: Marcus Chacko
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