Imaan Al Masih Pe Lyrics
ईमान अल मसीह पे जिसका नहीं होता -2 आदम तो वो होता है -2 इंसान नहीं होता ईमान अल मसीह पे जिसका नहीं होता -2
कर रूह, दिलों जान से इबादत खुदावंद की -2 इबादत खुदावंद की ऐसा कभी करने से नुक्सान नहीं होता -2 आदम तो वो होता है इंसान नहीं होता ईमान अल मसीह पे जिसका नहीं होता -2
देखा है उसे छू कर मोहब्बत का है वो पैकर -2 मोहब्बत का है वो पैकर सच्ची वफ़ा को पाना आसान नहीं होता -2 आदम तो वो होता है इंसान नहीं होता ईमान अल मसीह पे जिसका नहीं होता -2
फ़ैसल तुझे बातिल ने हर तरफ से घेरा है -2 सच को जाने बिना कोई आज़ाद नहीं होता -2 कोई आज़ाद नहीं होता आदम तो वो होता है इंसान नहीं होता ईमान अल मसीह पे जिसका नहीं होता -2
Imaan Al Masih Pe, Jiska Nahin Hota -2 Adam To Wo Hota Hai -2 Insan Nahin Hota Imaan Al Masih Pe, Jiska Nahin Hota -2
Kar Rooh, Dilo Jan Se, Ibadat Khudawand Ki -2 Ibadat Khudawand Ki Aisa Kabhi Karne Se, Nuksan Nahin Hota -2 Adam To Wo Hota Hai Insan Nahin Hota Imaan Al Masih Pe, Jiska Nahin Hota -2
Dekha Hai Usey Chhu Kar, Mohabbat Ka Hai Wo Paikar -2 Mohabbat Ka Hai Wo Paikar Sachchi Wafa Ko Pana, Aasaan Nahin Hota -2 Adam To Wo Hota Hai Insan Nahin Hota Imaan Al Masih Pe, Jiska Nahin Hota -2
Faisal Tujhe Batil Ne, Har Taraf Se Hai Ghera Hai -2 Sach Ko Jaane Bina, Koi Azad Nahin Hota -2 Koi Azad Nahin Hota Adam To Wo Hota Hai Insan Nahin Hota Imaan Al Masih Pe, Jiska Nahin Hota -2
Imaan Al Masih Pe | Gopal Masih
Singer : Gopal Masih
Lyrics : Dr. Andrew Mughal (USA)
Composition : Shazad Rasheed (Canada)
पैकर = देह, शरीर, जिस्म, आकृति, शक्ल, चेहरा, सूरत
फ़ैसल = निर्णीत, निस्तारित, अंत, decided, settled, decree
बातिल = झूठा, असत्य, झूठ, गलत, मिथ्या, अवैध, सत्य के विरुद्ध, बेकार, भ्रष्ट, अप्रभावी, बेअसर, बेनतीजा, निकम्मा, व्यर्थ, निरर्थक
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