Aankhen Bhari Aur Lab Hain Larajte
आँखें भरी और लब हैं लरज़ते
आए हैं बनके सवाली -2
रूह के मसह से भर दे मसीहा
लौटे न कोई भी खाली
आँखें भरी और लब हैं लरज़ते
आए हैं बनके सवाली
भर दे मसह दे, रूह के मसह से
रूह के मसह से भर दे
रूह के मसह से भर दे मसीहा
लौटे न कोई भी खाली
नादिम है अपने गुनाहों पे यीशु
गर्दन शर्म से झुकी है -2
बच जाएंगे पापी अगर एक
नजर ए करम तूने डाली
भर दे मसह दे, रूह के मसह से
रूह के मसह से भर दे
रूह के मसह से भर दे मसीहा
लौटे न कोई भी खाली
जन्म नया एक सबको अदा हो
तू ही बसे धड़कनों में -2
जीने के ढंग में मेरे मसीहा
तेरे हों खून की लाली
भर दे मसह दे, रूह के मसह से
रूह के मसह से भर दे
रूह के मसह से भर दे मसीहा
लौटे न कोई भी खाली