Kaisa Pita Ka Pyar Hai | Sheldon Bangera

Kaisa Pita Ka Pyar Hai

कैसा पिता का प्यार है
नपाई से है ये अपार
इकलौता बेटा देकर है
मुझ नीच का किया उद्धार -2
कितना बड़ा वो दर्द था
पिता भी जो मुँह फेर लिए
हर घाव जो यीशु ने सहा
लाया सन्तान महिमा के
देखो उसे जो क्रूस पर
कांधों पर उसके मेरा पाप
लाज भरी मेरी आवाज़
तिरस्कारी दुष्टों के साथ
जकड़े उसे था मेरा पाप
जब तक हासिल न हुआ उद्धार
मेरी जान लाई बुझती साँस
मैं जानूँ काम हुआ समाप्त
घमंड मेरा कुछ भी नहीं
न तौहफे, बल या बुद्धि में
गर्व, करूँ सिर्फ यीशु के
मृत्यु, पुनरुथान में
क्यों पाऊँ मैं उसका इनाम
इसका कोई उत्तर नहीं
पर समझे मेरे दिल-ओ-जान
उन घावों ने चुकाया है दाम

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