Masiha Khoon Se Apne Lyrics
मसीहा खून से अपने, मुझे तू पाक कर पहले मेरे मग़रूर दिल को तू, मसीहा साफ़ कर पहले -2
मैं हाज़िर हूँ, तेरे दर पर मेरे मालिक खुदावंदा -3 मुझे रोज़-ए-हश्र के खौफ़ से बे-बाक़ कर पहले मेरे मग़रूर दिल को तू...
मुझे तौफ़ीक़ दे ऐसी कि दिल दुनियां से न फिर हो -3 मेरा दिल ऐ खुदावंदा तू ही अफ़लाग कर पहले मेरे मग़रूर दिल को तू...
असीर-ए-दा में 'इस्याँ हूँ मुझे आज़ाद ऐसा कर -3 मेरी हालात को तौबा से तू दहशत-नाक कर पहले मेरे मग़रूर दिल को तू...
गुनाहों से करूँ नफ़रत दिल-ओ-जान से मेरे मुंजी -3 'अता बन्दे को ऐ मालिक तू रूह-ए-पाक कर पहले मेरे मग़रूर दिल को तू...
Masiha Khoon Se Apne, Mujhe Tu Paak Kar Pehle Mere Magroor Dil Ko Tu, Masiha Saaf Kar Pehle -2
Main Haazir Hun, Tere Dar Par, Mere Maalik Khudawanda -3 Mujhe Roz-E-Hashr Ke Khauf Se, Be-baak Kar Pehle Mere Magroor Dil Ko Tu...
Mujhe Taufeeq De Aisi, Ki Dil Duniya Se Na Phir Ho -3 Mera Dil Aye Khudawanda, Tu Hi Aaflaag Kar Pehle Mere Magroor Dil Ko Tu...
Asir-E-Da Me Isiyan Hun Mujhe Aazad Aisa Kar -3 Meri Halat Ko Tauba Se Tu Dehshatnaak Kar Pehle Mere Magroor Dil Ko Tu...
Gunahon Se Karun Nafrat, Dil-O-Jaan Se Mere Munjee -3 Aataa Bandey Ko Aye Maalik, Tu Rooh-E-Paak Kar Pehle Mere Magroor Dil Ko Tu...
Masiha Khoon Se Apne | Vinod Vishwas
मग़रूर = जिसे ग़ुरूर हो, ग़ुरूर वाला, घमंडी, अभिमानी, अहंकारी
रोज़-ए-हश्र = न्याय का दिन
बे-बाक़ = परिशुद्ध, ऋणमुक्त, पूरा भुगतान किया हुआ, पूरी अदायगी की हुई, अंत
तौफ़ीक़ = अनुग्रह, शक्ति, सामर्थ्य, हिम्मत, हौसला
असीर = बंदी, क़ैदी, कारावासी
दहशत-नाक = भयसंकुल, दहशत से भरा हुआ, खौफनाक, भयानक, डरावना
मुंजी/मुनज्जी = नजात दिलानेवाला।
‘इस्याँ = विद्रोह, बगावत
‘अता = प्रदान की हुई वस्तु, प्रदत्त वस्तु, उपहार, दान, ईनाम, पुरस्कार, बख़्शिश
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