Mere Malik Mere Khudaya Lyrics
मेरे मालिक मेरे खुदाया क्यों तूने मुझे भुलाया -2 क्यों बदली तेरी निगाहें क्यों सुनता नहीं सदाएँ -2 क्यों नज़र से मुझको गिराया क्यों तूने मुझे भुलाया
दिन रात मैं तेरे दर पे फरियाद किया करता हूँ महरूम मैं रह जाता हूँ मैं कुछ भी नहीं पाता हूँ दुनियां में नहीं मेरी गिनती मैं तो कीड़ा हूँ धरती का तेरी धरती का मेरे मालिक मेरे खुदाया क्यों तूने मुझे भुलाया -2
तू मुझसे दूर न जाना हर गम से मुझे बचाना दुनियां में नहीं कोई मेरा मुझको है आसरा तेरा मेरे लब पे सन्ना तेरी होगी तेरा नाम सदा गूंजेगा... गूंजेगा मेरे मालिक मेरे खुदाया क्यों तूने मुझे भुलाया -2
Mere Malik Mere Khudaya Kyon Tune Mujhe Bhulaya -2 Kyon Badli Teri Nigaahen Kyon Sunta Nahin Sadaayen -2 Kyon Nazar Se Mujhko Giraya Kyon Tune Mujhe Bhulaya
Din Raat Main Tere Dar Pe Fariyaad Kiya Karta Hun Mehroom Main Reh Jata Hun Main Kuch Bhi Nahin Pata Hun Duniyan Me Nahin Meri Ginti Main To Keeda Hun Dharti Ka Teri Dharti Ka Mere Malik Mere Khudaya Kyon Tune Mujhe Bhulaya -2
Tu Mujhse Dur Na Jana Har Gam Se Mujhe Bachana Duniyan Me Nahin Koi Mera Mujhko Hai Aasra Tera Mere Lab Pe Sanna Teri Hogi Tera Naam Sada Gunjega... Gunjega Mere Malik Mere Khudaya Kyon Tune Mujhe Bhulaya -2
Mere Malik Mere Khudaya | Jagjit Singh
Composed By : P. C. Khuntia, P. K. Das
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