Rooh E Paak Aayiye
रूह-ए-पाक आईए, हम पे छा जाइए बारिशें हम पे रहमत की बरसाइये -2 रूह-ए-पाक -6 आ रूह-ए-पाक -4
हम खड़े हैं यहाँ, हाथ उठाकर खुदा तेरी रहमत का हम भी, नज़ारा करें -2 ऐ रहमदिल खुदा, मेरे शाह-ए-कुशा -2 अपनी नज़र-ए-करम, हम पे फरमाइए रूह-ए-पाक आईए…
तूने ही तो कहा था, कि जाता हूँ मैं एक मददगार जाके भेजूंगा मैं -2 राह तकते हैं हम, विनती करते हैं हम -2 ऐ मसीह अपना जलवा, दिखा जाइए रूह-ए-पाक आईए…
हम गुनाहगारों का, जब कोई भी न था तब उन्होंने गले से लगाया हमें -2 हर जुबां अब कहे, और फिज़ा भी कहे -2 छोड़ के दूर हमको, न अब जाइए रूह-ए-पाक आईए…
Rooh E Paak Aayiye