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Friday, April 19, 2024

Tadap Raha Tha Zamana

Tadap Raha Tha Zamana

तड़प रहा था ज़माना, हज़ार बरसों से 
मसीहा, तेरे लिए, तेरे इस करम के लिए
के तूने आके हमें, ज़िन्दगी का नूर दिया 
हज़ार शुक्र तेरा, ऐसी रोशनी के लिए
तड़प रहा था ज़माना, हज़ार बरसों से 
मसीहा, तेरे लिए, तेरे इस करम के लिए
कभी न अपने लिये, ज़िन्दगी का सुख चाहा 
सलीबी मौत सही, पापियों के सुख के लिए
छलक रही थी मोहब्बत, लहू की बूंदों से 
लहू जो तेरे बदन से बहा, सभों के लिए
क़रीब तेरे जो आते नहीं, नादान हैं वो 
खुली हैं बाहें तेरी, जब के हर बशर के लिए
तड़प रहा था ज़माना, हज़ार बरसों से 
मसीहा, तेरे लिए, तेरे इस करम के लिए

Tadap Raha Tha Zamana

Singer – Jagdish Thakur, Dharmnath Nadan, Leela Solomon, Vatsala Pathak

Lyrics – Rev. Ahsan Masih

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