Tera Kalaam Zamane Me Khudawanda
तेरा कलाम ज़माने में, ऐ खुदावंदा
असर दिखाके रहा
जिस भी रूप में आया
तेरे कलाम ने रातों को, रोशनी बक्शी
तेरे कलाम ने तूफान का, रुख बदल डाला
असर दिखाके रहा
जिस भी रूप में आया
तेरा कलाम है शोला भी, और शबनम भी
तेरा कलाम है अनमोल, ऐ खुदावंदा
असर दिखाके रहा
जिस भी रूप में आया
तेरे कलाम ने लोगों को, बक्शी आज़ादी
तेरे कलाम से दुनियाँ में, इंकलाब आया
असर दिखाके रहा
जिस भी रूप में आया
न था वजूद किसी शय का, जब जमाने में
खुदाया तू था तेरे साथ, तेरा जलवा था
असर दिखाके रहा
जिस भी रूप में आया