Krus Ko Dhaaran Kar
क्रूस को धारण कर, सर्व न्योछावर कर दर्शन यीशु के करने चलें संसार को छोड़कर अपना इन्कार कर मरण - हार - देह छोड़ चलें
दुनियाँ ठुकराएगी, हमको सताएगी परिवार छूटेंगे यहाँ -2 फिर भी हम गाएँगे - हिम्मत न हारेंगे पीछे मसीह के चलते रहेंगे -2
जो मेरे पीछे, आना चाहे अपनी सलीब वो साथ में लाए -2 जो मेरा अपना बनना चाहे -2 अपनी खुदी को सूली चढ़ाए -2
नम्र बनेगा जो महिमा पाएगा सेवा करेगा पाँव धोएगा - 2 जीवन खोएगा जो, मृत्युंजय होगा -2 अनन्त जीवन पाएगा -2