Jab Uthta Hai Dhuan Lyrics
जब उठता है धुआँ, तेरी हुजूरी का भर जाता हूँ मैं, तेरी महिमा से -2
जब सब धुँधला दिखता था हर मंज़र बिखरा था तेरे हाथों ने तब प्रभु, मुझको थाम लिया जब झूठे थे हर सपने और रूठे थे सब अपने तेरे ही प्यार ने, पनाह मुझको दिया -2 जब उठता है धुआँ, तेरी हुजूरी का भर जाता हूँ मैं, तेरी महिमा से -2
हाँ हाँ मैं निर्बल हूँ पर तू ही मेरा बल है मेरे खुदा मेरी ही निर्बलता में सिद्ध करता तू सामर्थ है खुदा -2 हर पल तू मेरे साथ है, ये मुझको है यकीन छू ले प्रभु जो तू मुझे, जी जाऊँ मैं अभी जब उठता है धुआँ, तेरी हुजूरी का भर जाता हूँ मैं, तेरी महिमा से -2
मेरे गुनाहों को तू, ले गया है प्रभु तोड़े बन्धन मेरे ताकि, आज़ाद मैं रहूँ -2 बिखरा सा था हाँ मैं प्रभु, फिर तूने बना दिया तेरी रूह की सामर्थ से प्रभु, तूने मुझको जिला दिया जब उठता है धुआँ, तेरी हुजूरी का भर जाता हूँ मैं, तेरी महिमा से -2
Jab Uthta Hai Dhuan, Teri Huzuri Ka Bhar Jata Hun Main, Teri Mahima Se -2
Jab Sab Dhundhla Dikhta Tha Har Manzar Bikhra Tha Tere Hathon Ne Tab Prabhu Mujhko Thaam Liya Jab Jhuthe The Har Sapne Aur Ruthe The Sab Apne Tere Hi Pyaar Ne, Panah Mujhko Diya -2 Jab Uthta Hai Dhuan...
Haan Haan Main Nirbal Hun Par Tu Hi Mera Bal Hai Mere Khuda Meri Hi Nirbalta Me Siddh Karta Tu Samarth Hai Khuda -2 Har Pal Tu Mere Sath Hai, Ye Mujhko Hai Yakeen Chhu Le Prabhu Jo Tu Mujhe, Jee Jaun Main Abhi Jab Uthta Hai Dhuan...
Mere Gunahon Ko Tu, Le Gaya Hai Prabhu Tode Bandhan Mere Taaki, Aazad Main Rahun -2 Bikhra Sa Tha Main Prabhu, Fir Tune Bana Diya Teri Rooh Ki Samarth Se Prabhu Tune Mujhko Jila Diya Jab Uthta Hai Dhuan...
Jab Uthta Hai Dhuan Teri Huzuri Ka | Anish Masih
Lyrics By Anish Masih
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