Jeevan Ki Khoj Me Nikla Re
जीवन की खोज में निकला रे – 2 यीशु पाया, यीशु पाया – 2 मार्ग पाया, सत्य पाया, जीवन पाया रे -4 ओ साथी रे, साथी रे ऐ बंधु रे, बंधु रे
इस दुनियां में, घोर अंधेरा शैतां ने है, डाला डेरा -2 सबके मन को, इसने घेरा सबके मन को, उसने घेरा ओ निकला उजियारे की खोज में – 3 यीशु पाया, यीशु पाया -2 मार्ग पाया, सत्य पाया, जीवन पाया रे -4 ओ साथी रे, बंधु रे ऐ बंधु रे, साथी रे
मन के अंदर, पाप की नगरी भरती जाये, कर्म की गगरी -2 कौन निकाले, भव सागर से हाँ, मेरी प्यासी अंखियाँ तरसे निकला छुटकारे की खोज में – 3 यीशु पाया, यीशु पाया -2 मार्ग पाया, सत्य पाया, जीवन पाया रे -4 ओ साथी रे, बंधु रे ऐ बंधु रे, साथी रे
सुनो रे सुनो रे खुशखबरी खुशखबरी जीवन की ओ मांझी रे मांझी रे ओ बन्धु रे बन्धु रे ओ साथी रे साथी रे
Jeevan Ki Khoj Me Nikla Re
Jeevan ki khoj me nikla re Yesu paaya-4 Marg paaya satya paaya jeevan paaya re-4
Is duniya me ghor andhera Shaitaan ne hai daala dera Sabke man ko usne ghera Sabke man ko usne phera Nikla ujiyale ki khoj me
Man ke andar paap ki nagri Bharti jaye karm ki gagri Kaun nikale bhavsagar se Meri pyaasi ankhiyan tarsen Nikla chhutkare ki khoj me
Jeevan Ki Khoj Me Nikla Re