Jo Mujh Me Hai Wo Tera Hai
जो मुझ में है, वो तेरा है -2 कैसे करूँ तेरा शुक्र अदा बिन मांगे करता तू मुझको अता -2 जो मुझ में है, वो तेरा है हालेलूय्याह, होशाना, हालेलूय्याह क्यों न गाऊँ मैं तेरी हम्द-ओ-सन्ना -2
तेरी हज़ूरी में मिलती शिफा क्यों न करें हम तेरा शुक्रिया -2 तू तो है मेरा वो जिंदा खुदा हर शय पे पाई है जिसने फतह जो मुझ में है, वो तेरा है
दुनियावी चीज़ें और दौलत सभी तेरी नज़र में ये कुछ भी नहीं -2 बन्दों को इसपे बड़ा मान है मेरा इस दौलत से क्या काम है? जो मुझ में है, वो तेरा है
बंदा था मैं तो बिगड़ा हुआ राह और हक़ पे तो चलता न था -2 तूने है मुझको फिर जबसे चुना करता हूँ तौबा मैं दिल से खुदा जो मुझ में है, वो तेरा है हालेलूय्याह, होशाना, हालेलूय्याह क्यों न गाऊँ मैं तेरी हम्द-ओ-सन्ना -2
Jo Mujh Me Hai Wo Tera Hai
Masihi Geet: “Jo Mujh Me Wo Tera Hai”
Gospel Singer: Daniyal Younas
Lyrics/Comp: Daniyal Younas