Main To Pyaar Ki Nauka Me
मैं तो प्यार की नौका में
परलोक जाता हूँ प्रीतम के संग
ओ...मेरे प्रीतम के संग
यहाँ धरती में भवन न मान नहीं
मेरा मान नहीं
मेरा भवन यह स्वर्ग में जाना वहीं
मुझे जाना वहीं
यदि बादल से घिर मेरी
नाव तरंगों से हिलने लगे
ओ...नाव हिलने लगे
शीघ्र शरण का लंगर वह डालूंगा मैं
उस को डालूंगा मैं
उस के निकट में रहना ही आराम है
मेरा आराम है
यहाँ चार दिन रहना है
पीछे हमें वहाँ जाना ही है
ओ...वहाँ जाना ही है
उसके चरण में रहने को जाना ही है
मुझे जाना ही है
आँसू नयनों से पोंछेगा प्यारा मसीह
मेरा प्यार मसीह
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