Pal Pal Masih Ke Pyaar Me
पल पल मसीह के प्यार में बीतेंगे उम्र भर जब तक है सांस गाऊँगा गूंजेगी हर डगर -2
कण कण में दिख रहा मुझे यीशु का अक्स है आशा का बिंदु यीशु ही जीवन का लक्ष्य है होगा प्रभु के साथ ही -2 जीवन मेरा अमर
डर मुझको नहीं कोई हमराह हो न हो रिश्ते हों दोस्त हों कोई गम ख्वार हों न हो होगी मसीह के साथ ही -2 अब जिन्दगी बसर
जिस हाल में रहूँ मैं यूँ भूलूं मसीह को मैं खुशियों में मुस्कुराऊँ न भागूं ग़मों से मैं यीशु की रहनूमाई में -2 चल दूँ कहे जिधर