Pashchatap Karun Main Maaf Karo
पश्चाताप करूँ मैं माफ़ करो अपने लहू से साफ़ करो -2 हर दाग गुनाह के मेरे प्रभु अपने ही लहू से साफ़ करो -2
अपराध जो मैंने अब तक किए वे तुझसे नहीं छिपे हैं प्रभु हर पाप जो मैंने छिप के किए वे सम्मुख तेरे खुले हैं प्रभु -2 आता पास न मुझको दूर करो मेरे हाल पर दया करो -2 पश्चाताप करूँ मैं माफ़ करो अपने लहू से साफ़ करो
टूटा मन लेकर जो पास आए वे तुच्छ नहीं हैं तेरे लिए जो मानकर पाप उन्हें छोड़ भी दे तू दया है करता उसके लिए -2 टूटा मन मेरा स्वीकार करो सपनों को मेरे साकार करो -2 पश्चाताप करूँ मैं माफ़ करो अपने लहू से साफ़ करो
Pashchatap Karun Main Maaf Karo