Prabhu Ji Tore Darshan Se
प्रभु जी तोरे दर्शन से अंसुअन की धारा बह निकली -2 तेरा प्रेम सत्य है -4 बाकी सब हैं नकली प्रभु जी तोरे दर्शन से अंसुअन की धारा बह निकली -2
पीड़ा को तू ही समझे दिखावा करे बाकी सब ही चरणों में तेरे स्वर्ग मेरा अब दिल न लागे और कहीं -2 ईर्ष्या मेरे मन के अन्दर से कृपा से तेरी निकली प्रभु जी तोरे दर्शन से अंसुअन की धारा बह निकली -2
नज़दीक बुलाता पापियों को घृणा नहीं करता तू कभी तेरे प्रेम की किरणों से रौशन होते जग के लोग सभी -2 मेरे गुनाहों को माफ़ किया तूने देर न की इक पल की प्रभु जी तोरे दर्शन से अंसुअन की धारा बह निकली -2
विश्वास जो तुझ पर लाता है उसे मोक्ष मिले संसार में ही तू जो आनंद देता है प्रभु जी पा न सके हम और कहीं -2 उद्धार तो मुक्ति के स्वामी तुझ से न बड़ा कोई प्रेमी प्रभु जी तोरे दर्शन से अंसुअन की धारा बह निकली -2
Prabhu Ji Tore Darshan Se