Rooh E Paak Khudawand Aa Tu Aa
रूह-ए-पाक खुदावंद, आ तू आ -2 जान जिस्म और रूह में तू बस जा आ आ रूह आ -2 रूह आ-रूह आ-रूह आ
रूह के शोले लपक-लपक जब आते हैं बंधन सारे टूट के गिरते जाते हैं -2 आ – आ
बारिश होगी रूहे पाके के बादल से धुल जाऐंगे मैले मन भी अंदर से -2 आ – आ
रूह की सूरत में यीशु जब आएगा तहस - नहस होगा शैतान हिल जाएगा -2 आ – आ
Rooh E Paak Khudawand Aa Tu Aa