Karta Hun Main Teri Chinta
करता हूँ मैं तेरी चिंता तू क्यों चिन्ता करता है आँसूओं की घाटीयों में हाथ ना छोडूँगा तेरा -2
मेरी महिमा तू देखेगा खुद को मेरे हाथों में दे दे -2 मेरी शक्ति मैं तुझको देता हूँ चलाऊँगा हरदिन मेरी कृपा में
सभी तुझ को भूलेंगे तो भी क्या मैं तुझ को भूलूँगा कभी -2 अपने हाथ में तुझे उठाकर चलाऊँगा हर दिन इसी जगह में -2
अब्रहाम का मैं परमेश्वर हूँ अदभुत कार्य क्यों ना करूँगा -2 लाल सागर में रास्ता दिया आज भी मैं करने के योग्य हूँ -2