Khudawand Tera Takht Laga Yahan Lyrics
खुदावंद तेरा तख़्त लगा यहाँ तू कुदरत और जलाल से भरा हुआ -2 यहाँ मौजूद है, मौजूद है, मौजूद है खुदावंद तू जलाली और कुद्दूस है -2
खुद को हम सब तेरे हुज़ूर झुकाते हैं तेरी बादशाही दिलों में सजाते हैं -2 क़दमों में तेरे सर अपने झुकाते हैं तेरी फ़तह के झंडे को लहराते हैं यहाँ मौजूद है, मौजूद है, मौजूद है खुदावंद तू जलाली और कुद्दूस है -2
तेरे लहू में खुद को हम छुपाते हैं ज़िन्दगी की चौखटों पे हम लगाते हैं -2 सब बंधनों से हम रिहाई पाते हैं तेरी सूली पे नज़रें लगाते हैं यहाँ मौजूद है, मौजूद है, मौजूद है खुदावंद तू जलाली और कुद्दूस है -2
तू ज़िन्दगी का दरिया है खुदा मेरे तू रहमतों का बानी है खुदा मेरे -2 तू ही शिफा का मम्बा है खुदा मेरे तू बरकतों से भरा है खुदा मेरे यहाँ मौजूद है, मौजूद है, मौजूद है खुदावंद तू जलाली और कुद्दूस है -2
Khudawand Tera Takht Laga Yahan Tu Kudrat Aur Jalal Se Bhara Hua -2 Yahan Maujud Hai, Maujud Hai, Maujud Hai Khudawand Tu Jalali Aur Kuddus Hai -2
Khud Ko Ham Sab Tere Huzur Jhukate Hain Teri Baadshahi Dilon Me Sajate Hain -2 Kadmo Me Tere Sar Apne Jhukate Hain Teri Fatah Ke Jhande Ko Lehraate Hain Yahan Maujud Hai, Maujud Hai, Maujud Hai Khudawand Tu Jalali Aur Kuddus Hai -2
Tere Lahu Me Khud Ko Ham Chhupate Hain Zindagi Ki Chaukhton Pe Ham Lagaate Hain -2 Sab Bandhno Se Ham Rihaayi Paate Hain Teri Suli Pe Nazren Lagaate Hain Yahan Maujud Hai, Maujud Hai, Maujud Hai Khudawand Tu Jalali Aur Kuddus Hai -2
Tu Zindagi Ka Dariya Hai Khuda Mere Tu Rehmaton Ka Baani Hai Khuda Mere -2 Tu Hi Shifa Ka Mamba Hai Khuda Mere Tu Barkaton Se Bhara Hai Khuda Mere Yahan Maujud Hai, Maujud Hai, Maujud Hai Khudawand Tu Jalali Aur Kuddus Hai -2
Khudawand Tera Takht Laga Yahan | Arif Bhatti
Written and composed by Arif Bhatt
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