Mahak Nayi Zindagi Ki Aaye Yahan Lyrics
महक नई ज़िन्दगी की, आए यहाँ -2 सहर नई खुशियों की, निकले यहाँ -2 महक नई ज़िन्दगी की, आए यहाँ
खाली कब्र है, तेरा हुनर है अल्फ़ा ओमेगा तू मसीह -2 हरसू जिक्र है, हैरां नज़र है सबके लबों पे तू मसीह -2 अबर तेरी रहमत का, बरसे यहाँ -2 नगर नए ज़ज्बों का, महके यहाँ महक नई ज़िन्दगी की, आए यहाँ
नूर-ए-सदाकत मालिक क़यामत बात-ए-कब्र है जी उठा -2 कायम सच्चाई, देखे खुदाई मेरा मसीहा जी उठा -2 गज़र तेरी फतह का, गूंजे यहाँ -2 बहर तेरी उल्फ़त का, हरसू रवां महक नई ज़िन्दगी की, आए यहाँ
बदला है कैसा, मंज़र शहर का रंगों की आई है बहार -2 नूर में डूबी, नगरी है सारी फैला मसीहा तेरा प्यार -2 असर तेरी कुदरत का, छाए यहाँ -2 डगर है सदाकत की, निकले यहाँ महक नई ज़िन्दगी की, आए यहाँ
Mahak Nayi Zindagi Ki Aaye Yahan
Worshiper: Marriam Maqsood
Lyrics and Composition: Imran Salim Shahid
0 Comments