Aa Gayi Mere Jahan Me
आ गई मेरे जहाँ में झूमती गाती बहार हर किसी शै ने किया है आज तो सोलह श्रृंगार
आसमां पर काले बादल झूमते गाते चले आज ख़ुशियों के दिये चारों तरफ़ मेरे जले गाती आई दूर से ठंडी हवा मीठा मल्हार
कोई आया है यहां रंगीन मौसम को लिए झूमता है ये ज़माना प्यार की मदिरा पिए अहा! यह कैसा अनोखा छा गया सब पर निखार
मैं तुम्हें सच-सच बता दूँ बात क्या है, ऐ रफ़ीक़ आ गया प्यारा मसीह दुनियां में जो सबका शफ़ीक़ इसलिए मैं गा रहा हूँ गा रही है ये बहार
Aa Gayi Mere Jahan Me
Singer – Ahsan, Leela, David
Lyrics – Rev. Ahsan Masih
Music – Vasant Timothy
Recorded at – CARAVS Studio, Jabalpur, M.P. India.