Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi Lyrics
अम्बर भी नया, धरती भी नई एक नया यरूशलेम होगा -2 हर सुबह नई, हर शाम नई हर वक्त सुहाना होगा सुंदर सा नगर एक होगा
अंधे की आंख खुलेगी, बहरे का कान खुलेगा -2 दौड़ेगा जोर से लंगड़ा, गूंगा महिमा गाएगा -2 कोई कष्ट नहीं, आंसू भी नहीं, बस प्यार ही प्यार होगा -2 हर सुबह नई, हर शाम नई हर वक्त सुहाना होगा सुंदर सा नगर एक होगा
सूरज भी ना डूबेगा, चंदा भी ना सोएगा -2 कभी अंधेरा ना होगा, और पाप का नाम ना होगा -2 वहां मौत नहीं, बीमारी नहीं, और किसी का अंत ना होगा -2 हर सुबह नई, हर शाम नई हर वक्त सुहाना होगा सुंदर सा नगर एक होगा
ईश्वर ने इस दुनियां से, कितना प्रेम किया है -2 इंसान को मुक्ति दिलाने, अपना एक पुत्र दिया है -2 उस पर जो कोई विश्वास करे वो उसी नगर का होगा -2 हर सुबह नई, हर शाम नई हर वक्त सुहाना होगा सुंदर सा नगर एक होगा
Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi | Vinod Vishwas
Song : Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi
Lyrics : Avinash Holkar
Singer : Vinod Vishwas