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Thursday, September 28, 2023

Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi | Vinod Vishwas

Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi Lyrics

अम्बर भी नया, धरती भी नई
एक नया यरूशलेम होगा -2
हर सुबह नई, हर शाम नई 
हर वक्त सुहाना होगा
सुंदर सा नगर एक होगा
अंधे की आंख खुलेगी, बहरे का कान खुलेगा -2
दौड़ेगा जोर से लंगड़ा, गूंगा महिमा गाएगा -2
कोई कष्ट नहीं, आंसू भी नहीं, 
बस प्यार ही प्यार होगा -2
हर सुबह नई, हर शाम नई 
हर वक्त सुहाना होगा
सुंदर सा नगर एक होगा
सूरज भी ना डूबेगा, चंदा भी ना सोएगा -2
कभी अंधेरा ना होगा, 
और पाप का नाम ना होगा -2
वहां मौत नहीं, बीमारी नहीं, 
और किसी का अंत ना होगा -2
हर सुबह नई, हर शाम नई 
हर वक्त सुहाना होगा
सुंदर सा नगर एक होगा
ईश्वर ने इस दुनियां से, कितना प्रेम किया है -2
इंसान को मुक्ति दिलाने, अपना एक पुत्र दिया है -2
उस पर जो कोई विश्वास करे
वो उसी नगर का होगा -2
हर सुबह नई, हर शाम नई 
हर वक्त सुहाना होगा
सुंदर सा नगर एक होगा

Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi | Vinod Vishwas

Song : Ambar Bhi Naya Dharti Bhi Nayi

Lyrics : Avinash Holkar

Singer : Vinod Vishwas

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