Sambhalne Wala Prabhu
सम्भालने वाला प्रभु मैं हूँ व्याकुल क्यों होते हो आंसुओं की तराईयों में तुझे न छोड़ूँ कभी
मेरी महिमा को तू देख मेरे हाथों में दे तुझे -2 मेरी सामर्थ तुझे मैं उडेंलकर तेरे अनुग्रह में चलाऊँगा -2
चाहे सभी तुझे भूल जाएं क्या मैं तुझे भूलुंगा -2 अपने हाथों में तुझे रखकर इस दुनियाँ में अगुवाई करूँगा -2
अब्राहम का प्रभु मैं हूँ अद्भुत काम में राह बनाने क्या मैं सामर्थी नहीं -2