Maine Jab Apne Trata Ko
मैंने जब अपने त्राता को मेरे हृदय में अपनाया -2 कैसी शांति, अद्भुत आनंद -2 मैंने है अजमाया मैंने जब अपने त्राता को मेरे हृदय में अपनाया -2
प्रभु का वचन, मेरा पाप दर्शाया -2 आत्मा ने मेरा ह्रदय तोड़ा खेदित हुआ मैं, पाप मान लिया लहू को हृदय में लिया -2 मैंने जब अपने त्राता को मेरे हृदय में अपनाया -2
जब मैंने अपना, पाप प्रकट किया -2 कुछ न छिपाया, सब मान लिया आंसुओं के साथ, सच्चे विश्वास से तब तूने पाप क्षमा किया -2 मैंने जब अपने त्राता को मेरे हृदय में अपनाया -2
पूर्व से पश्चिम, जितना दूर है -2 उतने ही दूर मेरे, पापों को किया सागर जैसा गहरा और क्या है उस गहरे में पाप डाला -2 मैंने जब अपने त्राता को मेरे हृदय में अपनाया -2
Maine Jab Apne Trata Ko