Manzil Ki Or Badhte Jana Lyrics
मंजिल की ओर बढ़ते जाना
तुम हो उसके मुसाफिर -2
मार्ग तेरा वही है
सच्चाई, जीवन वही है -2
मंजिल की ओर बढ़ते जाना
तुम हो उसके मुसाफिर -2
राहों में जब तुम चलना सोच कदम तुम बढ़ाना -2 पाँव फिसल जाए गर घबरा के पीछे न जाना -2 मंजिल की ओर बढ़ते जाना तुम हो उसके मुसाफिर -2
हाथों में कीलें हैं उसके ये सब तेरे लिए है सर पे काँटों का ताज़ ये भी तेरे लिए है सीने में बेधा गया वो पावों में कीलें है उसके -2 मंजिल की ओर बढ़ते जाना तुम हो उसके मुसाफिर -2
तेरे लिए ही उसने
अपना लहू बहाया -2
ताकि तुझको उद्धार
जीवन, शांति मिले -2
मंजिल की ओर बढ़ते जाना
तुम हो उसके मुसाफिर -2
Manzil Ki Or Badhte Jana
Tum Ho Uske Musafir -2
Marg Tera Vahi Hai
Sachchai, Jeevan Vahi Hai -2
Manzil Ki Or Badhte Jana
Tum Ho Uske Musafir -2
Raahon Me Jab Tum Chalna
Soch Kadam Tum Badhana -2
Paanv Fisal Jaaye Gar
Ghabra Ke Pichhe Na Jana -2
Manzil Ki Or Badhte Jana
Tum Ho Uske Musafir -2
Hathon Me Keelen Hain Uske
Ye Sab Tere Liye Hai
Sar Pe Kaanton Ka Taaj
Ye Bhi Tere Liye Hai
Seene Me Bedha Gaya Wo
Paanvo Me Keelen Hai Uske -2
Manzil Ki Or Badhte Jana
Tum Ho Uske Musafir -2
Tere Liye Hi Usne
Apna Lahu Bahaya -2
Taaki Tujhko Uddhar
Jeevan, Shanti Mile -2
Manzil Ki Or Badhte Jana
Tum Ho Uske Musafir -2
Manzil Ki Or Badhte Jana
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