Sankat Ke Din Gaunga
संकट के दिन गाऊंगा यीशु नाम पुकारूँगा सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरा गढ़ होगा
लाल समुन्दर की लहरें अब मुझको डरा ना पाएंगी -2 दिन में बादल रात में अग्नि मुझको घर पहुँचायेगी -2
भूख और प्यास जहाँ में मुझको फिर ना थकाने पाएगी -2 स्वर्ग से रोटी खाएं हर दिन जीवन जल का पानी भी -2
दुश्मन के घोड़े रथ मुझको नहीं हराने पायेंगे -2 ऊंची दीवार यरीहो की हो यीशु जी ही गिराएंगे -2
कोई पहाड़ ही क्यों ना अब हो कर विश्वास उखाड़ेंगे -2 प्रभु का नाम लिए हम मुंह पर आगे बढ़ते जायेंगे -2